Tuesday, June 26, 2012
Tuesday, June 12, 2012
निरक्षर नहीं है लखीसराय नगर परिषद का कोई पार्षद
Jun 10, 06:47 pm
लखीसराय, जाप्र. : नगरपालिका चुनाव में कई वार्डो से भले ही कुछ दबंग व
बाहुबली जीत कर आए लेकिन वोटरों के लिए राहत की बात यह है कि उसका कोई भी
जनप्रतिनिधि निरक्षर नहीं है। न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता साक्षर तो है ही।
ऐसे में शहर की जनता के हित में कोई भी फैसला लेने के पहले जरूरी दस्तावेज
को वे पढ़ लिख सकेंगे। नगर परिषद लखीसराय के चुनाव के बाद वार्ड पार्षदों
का चुनाव आयोग के पास संपूर्ण ब्योरा भेज दिया गया है। इसमें एक बिंदु
शैक्षणिक योग्यता का भी है। रिपोर्ट के अनुसार नगर परिषद लखीसराय के
निर्वाचित सभापति शशि देवी पांडेय साक्षर महिला है तो उप सभापति अरविंद
पासवान भी साक्षर हैं। जबकि नगर पंचायत बड़हिया में निर्वाचित अध्यक्ष बसंती
देवी मैट्रिक पास है तो उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह इंटर पास है। हालांकि
बड़हिया में वार्ड नंबर एक से नन्हकी देवी एकमात्र निरक्षर पार्षद हैं। नगर
परिषद लखीसराय के 33 निर्वाचित पार्षदों में 15 पार्षद साक्षर, 10 मैट्रिक
पास, 6 इंटर पास है। जबकि वार्ड नंबर छह से निर्वाचित कांग्रेस जिलाध्यक्ष
सुनील कुमार सबसे अधिक एमएससी पढ़े हुए हैं तो दूसरे स्थान पर वार्ड नंबर
27 से पार्षद बालकृष्ण वर्मा बी.ए. पास हैं। वार्ड पार्षद देवकी देवी, जोगी
ठाकुर, शशि देवी पांडेय, सोनी देवी, पुतुल देवी, कमली देवी, जानकी देवी,
प्रमिला देवी, रंजीत राम, नीलम देवी, अरविंद पासवान, साधना देवी, मथुरा
प्रसाद, रेणु देवी एवं रेखा देवी साक्षर पार्षद है। विदित हो कि नगर परिषद
एवं नगर पंचायत में बड़ी संख्या में महिला पार्षद जीतकर आई हैं और कुल
मिलाकर नगर सरकार की कमान आधी आबादी के हाथों में ही है।
Source:- Jagran
Friday, June 1, 2012
आईए नदी बचाने का आज लें संकल्प.
May 29, 07:21 pm
लखीसराय, जागरण कार्यालय : नदी प्रकृति का ऐसा उपहार है जिसका और कोई
दूसरा विकल्प जलश्रोत के मामले में नहीं हो सकता है। धार्मिक दृष्टिकोण की
महत्ता से अलग हटकर भी देखें तो नदी कई मायने में विकास का भी द्योतक है।
फिर भी आज नदियां क्यों हमसे दूर चली जा रही है? आज संकल्प लेने की जरूरत
है हर नागरिकों को, ताकि यदि एक आदमी खड़ा होता है इस अभियान को लेकर तो एक
फौज खड़ी हो सकती है नदियों के अस्तित्व को बचाने के लिए। बस थोड़ी सी यदि
जागरूकता आ जाए तो गांव और शहर क्या घर-घर से निकलेंगे लोग नदी को बचाने के
लिए। लखीसराय जिले में गंगा सबसे बड़ी नदी है। इसके बाद हरूहर फिर किऊल नदी
की बारी आती है। सूर्यगढ़ा के कुछ क्षेत्र में गरखे नदी है। दुर्दशा की
बात करें तो सबकी हालत एक जैसी है। अब हमें अभियान के तहत यह सोचना होगा कि
आखिर कैसे ये नदियों सुरक्षित और संरक्षित रह पाएगी। आखिर क्यों नहीं इसे
लेकर जागरूकता कार्यक्रम समाज के अंदर शुरू करें और नुक्कड़ सभा कर लोगों को
प्रेरित करें कि खुद से नदियों की देखभाल कर उसकी गंदगी को दूर करें हम।
सच में यदि एक आदमी के शुरू करने से यदि यह समाज की आवाज बन जाती है तो वह
दिन दूर नहीं जब इस जिले की नदियां भी प्रदूषण मुक्त होगी। और जब नदी
स्वच्छ होगी तो मानव, पशु, जलचर भी स्वस्थ होंगे फिर एक ऊर्जावान समाज उस
नदी पर नाज करेगा जिसके लिए उसने अपनी आवाज उठाई।
Source:- Jagran
Labels:
2012,
Apurv gourav,
Awareness,
Bihar,
danik jagran,
Hindi,
Holy River,
INDIA,
lakhisarai,
News,
River,
Save River,
village
Subscribe to:
Posts (Atom)