हर-हर महादेव, ऊँ नम: शिवाय की जयघोष सावन के दूसरे सोमवारी पर शिव मंदिरों व शिवालयों में गूंजती रही। अशोकधाम स्थित श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर में करीब 40 हजार से अधिक शिवभक्तों ने विशाल शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। अहले सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी जो शाम तक जारी रहा। बड़ी संख्या में शिवभक्तों ने हाथीदह स्थित सिमरिया घाट एवं बड़हिया, खुटहाडीह, पिपरिया गंगा घाट से जल भर कर पैदल अशोकधाम मंदिर पहुंचकर शंकर व पार्वती मंदिर में गंगाजल, दूध व बेलपत्र चढ़ा कर पूजा अर्चना की। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में अवर निरीक्षक सीपी सिंह, सुदामा पांडेय, सुधा कुमारी सहित सैप व होमगार्ड जवान श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध करने में लगे रहे। बाहरी भीड़ पर कैमरे के द्वारा कंट्रोल रूम में ट्रस्ट के सचिव डा. श्यामसुन्दर सिंह, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र सिंघानिया द्वारा निगरानी रखी जा रही थी। सचिव श्री सिंह ने बताया कि दूसरी सोमवारी को अन्नपूर्णा भोजनालय में पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भोजन किया है। उधर शहर के थाना चौक एवं मोटका महादेव मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।
चानन, संसू. के अनुसार : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न शिव मंदिरों में दूसरी सोमवारी को लेकर जल चढ़ाने व पूजा अर्चना करने को भीड़ उमड़ पड़ी। खासकर श्रृंगीऋषि धाम में सुबह से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई।
पीरी बाजार, संसू के अनुसार : सावन महीने की दूसरी सोमवारी के अवसर पर कजरा और पीरी बाजार क्षेत्र समेत आसपास के इलाकों के विभिन्न शिवालयों में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस दौरान श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी।
पिपरिया, संसू. के अनुसार : सावन की दूसरी सोमवारी को शिव भक्तों ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। प्रखंड के वलीपुर, रामचंद्रपुर, पिपरिया, मोहनपुर, सैदपुरा, मुड़बड़िया आदि गांवों स्थित शिवालयों में जलाभिषेक किया। बोलबम के नारों से माहौल भक्तिमय हो गया।
बड़हिया, संसू. के अनुसार : सावन महीने की दूसरी सोमवारी के अवसर पर सैकड़ों भक्तों ने पावन गंगा में डुबकी लगाकर इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर में जलार्पण हेतु रवाना हुए। इसके अलावे कई भक्तों के द्वारा प्राचीन दूधनाथ महादेव, नीलकंठ मंदिर, सदायबीघा के गौतम महादेव, बहादुरपुर के पंचबदन महादेव के उपर बेलपत्र, फूल व जल का अर्पण किया।