Monday, October 7, 2013

लखीसराय के लाल ने सुनाई लालू को सजा

कार्यालय प्रतिनिधि, लखीसराय : बहुचर्चित चारा घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद एवं डॉ. जगन्नाथ मिश्र समेत 37 आरोपियों को सजा सुनाने वाले सीबीआइ की विशेष कोर्ट, रांची के जज प्रवास कुमार सिंह लखीसराय जिले के निवासी हैं। सिंह सूर्यगढ़ा प्रखंड के अंतर्गत आने वाले पोखरामा गांव के रहने वाले हैं। अपर समाहर्ता राजेश्वरी प्रसाद सिंह के पुत्र प्रवास ने उच्च विद्यालय नरोत्तमपुर, कजरा से नौवीं कक्षा तक की पढ़ाई घोसैठ निवासी तत्कालीन प्रधानाध्यापक वकील सिंह के सानिध्य में की। इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई मुंगेर से पूरी की। 20 मई 1959 में जन्मे प्रवास ने अपनी पढ़ाई पूरी करने बाद 27 नवंबर 1986 को बिहार न्यायिक सेवा में योगदान दिया। इसके बाद वे छपरा, भागलपुर, मधुबनी, बिहार शरीफ, जमशेदपुर, लोहरदगा जिला न्यायालय में एडीजे के रूप में कार्यरत रहे। सीबीआइ के स्पेशल जज के रूप में उन्होंने बहुचर्चित चारा घोटाले में संलिप्त पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद एवं डॉ. जगन्नाथ मिश्र सहित 37 आरोपियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तीन अक्टूबर को ऐतिहासिक सजा सुनाई।
Source:- Jagran
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Tuesday, September 17, 2013

हमे भी पढ़ाओ

लखीसराय ! बिहार सरकार ने वर्ष 2007 में ‘हमे भी पढ़ाओ’ योजना का क्रियान्वयन किया था। इसके तहत पुलिस को स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। स्थानीय थाना पुलिस को निदेशित किया गया था कि वे अपने क्षेत्र के स्लम बस्तियों में जाकर लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करे और नि:सहाय व निर्धन बच्चों का स्कूल में नामांकन कराए। विडंबना यह है कि इस योजना के बारे में अधिकांश पुलिसकर्मियों को जानकारी तक नहीं है।
सूत्रों की मानें तो खानापूर्ति के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के थानेदार अपने इलाके के प्राथमिक व मिडिल स्कूल की सांठ-गांठ से वहां नामांकन कराने वाले कुछ बच्चों का दाखिला अपने नाम पर करवा लेते हैं। इसके बाद माहवार आंकड़ा तैयार कर क्राइम मीटिंग में पुलिस कप्तान को सुपुर्द कर देते हैं। हालांकि शहरी क्षेत्र के थानेदार तो खानापूर्ति करने की भी जरूरत नहीं समझते। वे बेखौफ होकर महीने के अंत में अपने प्रतिवेदन में ‘शून्य’ लिखकर जमा कर देते हैं।
पुलिस कप्तान भी आखिर करें तो क्या ? पुलिसिंग जो करवानी है। और अगर, क्राइम मीटिंग में जवाब मांग दिया तो थानेदार कहते हैं - ‘सर, बहुत प्रेशर है। थाने में बल की भी कमी है। अपराधी तो पकड़ा नहीं रहा, बच्चों को कैसे स्कूल पहुंचाएंगे।’ जवाब ऐसा मिलता है कि पुलिस कप्तान भी चुप्पी साध लेते हैं। थानेदारों की मानें तो बल की कमी के कारण ना तो पुलिसिंग हो पाती है और ना ही सामाजिक कार्य। यही वजह है कि लंबित मामलों का निष्पादन तक नहीं हो पा रहा है।

Source:- Ranjeet Kumar

Monday, August 26, 2013

नेशनल हाइवे पर सफर हुआ महंगा, देना पड़ेगा टैक्स

जाप्र., लखीसराय : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 80 के मोकामा-मुंगेर खण्ड अन्तर्गत पथ पर सफर करना अब महंगा हो गया है। लखीसराय जिला से एनएच 80 से होकर मुंगेर, पटना, भागलपुर जाने वाले वाहन मालिकों को लखीसराय-बड़हिया एनएच 80 पथ पर बालगुदर के पास टॉल शुल्क देना पड़ेगा। भारत सरकार के भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा टॉल शुल्क निर्धारित करने के बाद शुक्रवार को विधिवत रूप से टॉल प्लाजा कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। एनएचआई के तकनीकी प्रबंधक अरविन्द प्रसाद वर्मा एवं टॉल प्लाजा के प्रबंधक दिनेश ठाकुर की उपस्थिति में टोल शुल्क वसूली कार्य प्रारंभ किया गया। टेम्पो, बाइक, कृषि कार्य के के लिए ट्रैक्टर को टॉल टैक्स से मुक्त रखा गया है। लखीसराय जिला अन्तर्गत वाणिज्यिक रूप से निबंधित वाहनों के एकल यात्रा शुल्क में 50 फीसद से अधिक की छूट दी गई है। टॉल प्लाजा केंद्र पर डीएवी पब्लिक स्कूल की बसें रोककर भी टॉल टैक्स ली गई। इससे विद्यालय प्रबंधन परेशान है। उधर मोकामा-मुंगेर खंड अन्तर्गत टू लेन सड़क निर्माण करा रही कंपनी की लापरवाही के कारण लखीसराय से मदनी चौकी के बीच कई स्थानों पर निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। इसे देखने की फुर्सत न तो जिला प्रशासन को है न ही निर्माण कंपनी को मतलब है। मेदनी चौकी में नाला निर्माण, फुटपाथ की रेलिंग एवं सड़क चौड़ीकरण का कार्य अधूरा है। वहां पानी टंकी रोड सहित कई संपर्क पथों को एनएच से नहीं जोड़ा गया है। उधर टॉल प्लाजा के संचालक दिनेश ठाकुर के अनुसार क्षेत्रीय व्यक्तियों के निजी, गैर वाणिज्यिक वाहन के लिए मासिक शुल्क की राशि वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए 215 रुपए देय होगी। बशर्ते वे टॉल प्लाजा से 20 किलोमीटर के दायरे में रहते हो। सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क के तहत कार, जीप, वैन या हल्के मोटर यान को एकल यात्रा के लिए 35 रुपए, एक दिन में एक बार आने-जाने के लिए 50 रुपए, मासिक शुल्क 1,120 रुपए तथा जिला अंतर्गत निबंधित वाहनों को 15 रुपए टॉल टैक्स देना पड़ेगा। बस या ट्रक (छह चक्का) 115 रुपए, दस चक्का ट्रक 125 रुपए, 18 चक्का वाहन को 180 रुपए का शुल्क देना पडेगा। जबकि लखीसराय जिला अन्तर्गत निबंधित वाणिज्यिक वाहनों हल्के मिनी बस को 25 रुपए, छह चक्का ट्रक व बस को 55 रुपए, दस चक्का ट्रक को 60 रुपए का शुल्क देना पडे़गा। टॉल प्लाजा शुभारंभ के मौके पर संजय सिंह, चिक्कु सिंह, उमेश प्रसाद सिंह सहित बडी संख्या में स्थानीय प्रबुद्ध ग्रामीण उपस्थित थे।

Source:- Jagran

Sunday, June 23, 2013

पहले प्रयास में आईआईटी में सफल

बड़हिया प्रखंड के गंगासराय पंचायत अंतर्गत लोहरा गांव निवासी विनय प्रकाश शर्मा उर्फ 'रिंकू' ने अपने पहले ही प्रयास में आईआईटी जेईई एडवांस 2013 परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। उसे 1299वां रैंक मिला है। इससे परिवार एवं आस पड़ोस में खुशी का लहर फैल गई है। विनय के पिता हरेराम सिंह किसान हैं जबकि माता उषा देवी सरकारी सेवा में नर्स हैं। विनय प्रकाश ने बताया कि वह कोटा में रहकर आईआईटी की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी करता था। नित्य 12 घंटे तक पढ़ाई करने के बाद नतीजा सामने आया है। उसकी पढ़ाई में हमेशा माता-पिता एवं चाचा मनीष, रजनीश, राजीव कुमार तथा पड़ोस के लोग भी सहयोग करते थे। उसने कहा कि इस कारण उसका उत्साह बढ़ते चल गया। विनय ने पश्चिम बंगाल इंजीनियरिंग में 34वां रैंक तथा बीआईटीएस पिलानी में 450 में 333 अंक लाया है। विनय की तमन्ना है विदेश में पढ़ाई करके भारत में रहकर अपने देश की सेवा करूं। Jagran